दहिया खंगार संघ में अनेकता में एकता में विचार (मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ़,उत्तरप्रदेश )
दहिया समाज भारत के सम्पूर्ण राज्यों में पाई जाती है लेकिन कुछ नजदीक राज्यों के दहियों से ही सम्बन्ध हो पाते हैं सभी राज्यों के दहियों समाज के सदस्यों से आग्रह है की वो अपने अपने राज्यों के सभी स्तरों जैसे गाँव,तहसील,जिला ,संभाग आदि में तहसील अध्यक्ष,जिलाध्यक्ष ,सम्भागीय अध्यक्ष , प्रदेशाध्यक्ष मनोनीत करें और अपने समाज को एकत्रित करने में सहयोग करें ........
आज के कुछ युवाओं द्वारा कई कई सवाल रहते हैं ...?
०१.दहिया समाज वंश /उदगम/इतिहास
०२.दहिया समाज में विभिन्नता
०३.दहिया/खंगार वंश में एकता (खंगार संघ से सम्बंधित शादी/विवाह सम्बन्ध मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ़,उत्तरप्रदेश )
०४.दहिया /खंगार समाज को राज्य सरकारों द्वारा अन्य अन्य श्रेणियों में रखा जाना (RTI - निष्कर्ष आर्थिक आधार में श्रेणियों में रखा गया )
०१.दहिया समाज वंश /उदगम/इतिहास
०२.दहिया समाज में विभिन्नता
०३.दहिया/खंगार वंश में एकता (खंगार संघ से सम्बंधित शादी/विवाह सम्बन्ध मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ़,उत्तरप्रदेश )
०४.दहिया /खंगार समाज को राज्य सरकारों द्वारा अन्य अन्य श्रेणियों में रखा जाना (RTI - निष्कर्ष आर्थिक आधार में श्रेणियों में रखा गया )
०५.दहिया/खंगार एक दूसरे से श्रेष्ठ /उच्च की होड़ में
दहियों में प्रचलित सरनेम -:दहिया,दाहिया ,दहायत, दहियावत ,दहियक, दहात, दहैत ..........आदि
खंगारों में प्रचलित सरनेम -:खंगार ,खंगरोत परिहार,मिर्धा ,जादौन ,आरख,अरख,वर्मा ,राय..........आदि
नोट -: "आदरणीय सभी दहिया/खंगार समाज के महानुभावों से आग्रह है की कुछ सम्बंन्ध तो ऐतिहासिक जरूर रहा होगा तब तो एक दूसरे से जुड़ने में गर्व महसूस करतें हैं, और हम भी यही चाहतें हैं की हम में कई सरनेमों का प्रचलन भले हो लेकिन जब एकता की बात हो तो बढ़ चढ़कर हमें आंगे आना चाहिए ,और अपने संबंधों में मधुरता के साथ संगठित करने की विचारधाराओं को प्रचार - प्रसार करना चाहिए ,क्योंकि हमारी यही सामाजिक ,आर्थिक ,राजनैतिक , संगठित एकता का परिचय है ।"
जय हो
दहिया खंगार राजवंश एकता महासंघ
विचार-विनय सिंह दहिया (कुणाल )
✌️🤝✌️
🙏🙏🙏
*🚩जय माँ कैवाय🚩*
ReplyDelete*🚩जय महाराजा राणा चच्चदेव सिंह दहिया🚩*
*क्षत्रिय दहिया राजवंश जो कि ऋषि वंश की 12 शाखाओं में से प्रमुख दधिचिक वंश दहिया समाज है ,जो कि भारतवर्ष के सम्पूर्ण राज्यों में निवास रत है,क्षेत्रीय अनुसार कई सरनेमों का प्रचलन है क्रमानुसार : दहिया,दहियावत,दहियक(राजस्थान ),(दहिया जाट ,हरियाणा,पंजाब),दाहिया,दहायत(मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ़,उत्तरप्रदेश ) ,दहात, दहैत ,दाहत (अन्य राज्यों में ) आदि।*