दहिया समाज की एकता का सन्देश (Dahiya Samaj Ki Ekta Ka Sandesh)
सभी महानुभावों को सादर--- जय कैवाय माँ 🙏🏻🙏🏻🙏🏻 एक पहल दहिया राजवंश की एकता के लिए-: जैसा कि सभी महानुभावों को सर्वज्ञात है कि अपना इतिहास 9 वीं सदी से है, दहियों ने 18 परगनों में राज किया था, इसके बावजूद हम विकास के अनुसार हम पिछड़ गए । लेकिन आज हम कहाँ है? पिछड़े होने के कई कारण हो सकते हैं --- जैसे-: 1. उच्चतम शिक्षा 2. एकता का अभाव 3. अन्य कौमो का साथ न देना 4. एक राज्य के दहिया दूसरे राज्य के दहियों में अंतर करना 5. सरनेम को न लिखना (दहिया शब्द की जगह सिर्फ राजपूत लिखना) 6. समाज का कोई राष्ट्रीय स्तर के संगठन न होना 7. यदि कोई व्यापार, व्यवसाय करना चाहता हो तो सहयोग न हो पाना ______ ऐसे बहुत से कारण है, लेकिन अब समाज के युवाओं को समझना होगा , और हमारे माता -पिता का भी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि एक रोटी कम खाएं लेकिन बिना भेदभाव किये चाहे लड़का हो लड़की उसे उच्चतम शिक्षा के लिए प्रयास करें । एक आदरर्श रुपी संस्कारों को दिया जाय , ताकि वो बड़ों को सम्मान, छोटों को प्यार दे पाए। और समाज का यानी अपने वंश का इतिहास भी बताया जाए। ...